जब पाकिस्तान व बाकी मुस्लिम देशों के द्वारा भारत पर प्रथम आक्रमण किया जाएगा तब युद्ध की सुरुआत होगी, उस समय उड़ीसा के श्रीजगन्नाथ क्षेत्र से कई संकेत आएंगे…
“तुरुकी धाईं आसीब भारतरे हाँड़,
काट काइफूलो जाइफूलो,
गुली गोला तुंही बरसिबो।”
अर्थात –
विश्वयुद्ध में तुर्की के द्वारा पाकिस्तान को पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा। तुर्की और पाकिस्तान के साथ ग्यारह और मुस्लिम देश चीन के साथ मिलकर भारत पर आक्रमण करेंगे। और देखते ही देखते यह युद्ध महायुद्ध में परिवर्तित हो जाएगा। भारत के लिए यह एक कठिन समय साबित होगा परंतु इस कठिन समय में भारत अकेला नही होगा और इस युद्ध में रशिया, जर्मनी, फ्रांस और जापान जैसे शक्तिशाली देश भारत का साथ देंगे। युद्ध में भारत के दुश्मन देशों की सेनाओं को बहुत नुकसान का सामना करना पड़ेगा जिसकी भरपाई करना उनके लिए संभव नही हो पायेगा। इस प्रकार इस विध्वंसक युद्ध के पश्चात धर्म संस्थापना का कार्य और आगे बढ़ेगा, व दुनिया एक नए युग की और अग्रसर होगी यह सभी बदलाव आनेवाले समय में हम देख पाएंगे।