महापुरुष अच्युतानंद जी इस प्रकार से लिखते हैं…
“सेकाले भक्त माने मिलि सियालदह पीठ स्थली।”
अर्थात –
भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की सुरुआत के समय पश्चिम बंगाल राज्य के सियालदह में महायज्ञ होगा। उस महायज्ञ के अनुष्ठान में विश्व के सभी 16 मंडलों के भक्तगण सियालदह में एकत्रित होकर उस महायज्ञ में सम्मिलित होंगे, व यज्ञ अनुष्ठान को पूर्ण करेंगे।