मनुष्य माया में दुबे रहेंगे

गुप्त प्रगत कोहित नोहि अचंभित लागे बानी,
चेतुआ भगत कहकु बेलोसु अच्छन्नती जानी।

अर्थात् मालिका की गोपनीय जानकारी को सुनने या जानने के बाद भी हर किसी के लिए पहचानना या समझना संभव नहीं होगा।

माया अंधकारे गुडी रहिथिबे आख़िथाई सीजेकण ।

मनुष्य माया में दुबे रहेंगे, उन्हें प्रत्येक वर्ष विभिन्न तरीक़ों से चेतावनी मिलती रहेगी, पर मनुष्य समाज के गर्व, अहंकार, छमता, अर्थ, सुख, शांति व दम्भ के चक्रव्यूह में फँसे होने के कारण भविष्य मालिका की वाणी उनके कानो तक नहीं पहुँचेगी।