भविष्य मालिका की कुछ पंक्तियों के अनुसार आने वाले समय में पृथ्वी की धुरी बदल जायेगी। जो आज पूरब है वह पश्चिम हो जायेगा। सूर्य देव भी पश्चिम से उदय होंगे। ऐसा संभवतः लंजा नक्षत्र के टकराने के कारण या होने वाले महा भूकंप के कारण भी हो सकता है।
सूर्यता राती रे उदय हेब, पश्चिम दिग रे जान ।
युग शेष पक्षी ये कथा, देखीबु निश्चय यहु प्रमाण ।।
सूर्य रात में उदय होगा, पश्चिम दिशा से युग के शेष समय में गरुड़ तुम निश्चित ही यह प्रमाण देखोगे। भविष्य मालिका के अनुसार कलियुग के शेष समय में सूर्य रात को उदय होगा, वह भी पश्चिम दिशा से।