भविष्य मालिका ने आने वाले समय में पूरे विश्व में कितनी जनसंख्या बचेगी और कितने लोग आने वाले समय में नए युग को जाएँगे इसके बारे में भी संत अच्युतानंद दास जी ने लिखा है।
अर्ध रु अर्ध मरिबे भरत बरसारे, सबु राज्य सुन्य हेब युद्ध गणारे ।
अर्थात् आधा का आधा मरेंगे भारत में। युद्ध के चलते राज्य के राज्य ख़ाली हो जाएँगे अर्थात् शून्य हो जाएँगे।
अगर आज के समय में इस पर विचार करें तो भारत की जनसंख्या 1.4 अरब है, फिर 1.4 बिलियन का आधा 0.7 बिलियन जो कि 70 करोड़ होता है और फिर से आधा 0.35 बिलियन जो कि 35 करोड़ होता है, यह महान संत अच्युतानंद दास ने अपने ग्रंथ भविष्य मालिका में लिखा है। अतः शेष 35 करोड़ की जनसंख्या के जीवित रहने की आशा है, तथापि भारत में केवल 33 करोड़ जनसंख्या ही जीवित रहेंगे , जो सतयुग के मनुष्यों की भाँति हमारे धर्म और धर्म के वैदिक सिद्धांतो का पालन करने वाले है।
पृथ्वी रु नाश हेबे तीनि भाग लोका ।
चतुर्थ भाग रु रहिबति अबशेष ।।
अर्थात् पूरी मानव आबादी का लगभग तीन भाग या तीन अनुपात पृथ्वी से समाप्त हो जाएगा और शेष चौथा भाग ही शेष रह जाएगा।